✍सत्य की जीत पक्की हैं✍
तू यहाँ से जा रहा है या मैं तुझे पहुँचा दू ।
इंसानियत से रह नही तो तुझे ऊपर पहुँचा दू ।
सत्य से लड़ना ,मतलब हार कर मरना ।
गलती स्वीकार करना , मतलब हार कर जितना ।
दुनिया चलना तो सिर्फ ,भगवान ही जनता हैं ।
इंसान दुनिया के , हिसाब से चलना जनता हैं ।
सत्य परेशान होता हैं , लेकिन पराजित नही ।
क्योकि सिर्फ ईश्वर , सत्य के साथ होता हैं ।
आप गलत हो फिर भी , जितने के लिए लड़ रहे हो ।
आप नही जीतोगे , क्योकि जीत सिर्फ सत्य की होगी ।
जो सत्य है उसके साथ ईश्वर हैं , तुम क्या जीतोगे ।
दुनिया मे ईश्वर से , शक्तिशाली तो कोई नही हैं ।
अगर आप गलत हो तो , हार मान लेना यह सही हैं ।
आप गलती पर गलती करोगे , तो परिणाम गलत होगा ।
आप के कहने से सूरज , उत्तर से थोड़ी उदय होगा ।
पागल जैसी बात करते हो ,आपको इंसान बनना होगा ।
यहाँ कितने ही आये और चले गए, हमेशा सत्य जीता हैं ।
तुम कोई भी आये हो चले जाओगे , हमेशा सत्य जीता है ।
livepustak.blogspot.com
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें