✍वीरो का रूप ऐसा होना था✍
✍वीरो का रूप ऐसा होना था✍
सिर में बाल नही , वृक्षो की जड़े होना था ।
कनफटी हड्डी की नही , फौलाद की होना था ।
आँखों मे आँसू नही , पिघला लोहा बहना था ।
कंठ में आवाज नही , अँगारे होना था ।
होठ लाल नही , बारूद के गोले होना था ।
मुँह में जीभ नही , तोपे होना था ।
चेहरे पर नाक नही , हिमालय पर्वत होना था।
कानो में छेद नहीं , गुफाए होना था ।
तलवे की खाई में लार नही , दलदल होना था ।
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