।। जय हिंदराज ।।

                ।। जय हिंदराज ।।

धरती आतंक को धमके ,बादल भ्रष्ट पे बमके
हवा तूफानों को झपटे ,सूरज-चांद और तारे बोले जय हिंद ।

समुद्र बाढ़ो को हडपे ,सैनिक दुश्मन को तोड़े ।
शिव के डमरू दमके ,तोता- मैना और गोरैया बोले जय हिंद ।

भोले मुर्दो को गले में घड़े, विश्व मैं हिन्द का डंका बजे ।
वेद झूठ को नष्ट करे ।,भारत में बच्चा-बच्चा बोले जय हिंद ।

ज्ञान -विज्ञान संस्कृति जड़े , सनातन की गूँज पड़े ।
जवाँ हिन्द अमर खड़े , माँ भारती का हृदय बोले जय हिंद ।
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