।। सीखो औऱ सिखाओ ।।

।।  सीखो औऱ सिखाओ ।।

डर मत इस दुनिया के चौड़े रास्तों से ।
क्योकि इनपर चलना बड़ी बात नही ।

चलना सीख लेगा , तो रास्तों को हशेगा ।
क्योकि दुनिया तेरे सामने बहुत नन्ही हैं ।

हौसला बुलंद रख जी जिंदगी खुलकर  ।
जो दिल कहे वो कर , चाहे संभव नही ।

जो हो सकता हैं , उसमे क्यो उलझे हो ।
जो नही हो सकता , उसे सुलझते रहो ।

दुनिया की नक़ल कर  मत बन भेड़ ।
तेरी अक्ल से नई दुनिया सजा दे शेर ।
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