✴लड़ो या मरो✴

✴लड़ो या मरो✴
भारत के लोगों आज स्वार्थ छोड़ो , नही तो कल भारत छोड़ना पड़ेगा ।
भारत सहनशीलता की हद हो गई हैं , लात के भूत बात से नही मानेंगे ।
आज आप लड़ो, नही तो कल तुम्हारे बच्चों को लड़ना पड़ेगा ।
आप लड़ो या आपके बच्चे लड़े , एक दिन लड़ना जरूर पड़ेगा । 
आज लोग इतने स्वार्थी हो गये , कि भाई-भाई एक नही तो देश कहा से एक होगा ।
याद करो वो रात जिस दिन भारत पर दुःख की घड़ी गुजरी थी ।
जब सैकड़ो बलात्कार और बलिदान का दर्द भारत ने  सहा था ।
मुझे लगता हैं ,कि भारत को गुलाम होने की आदत हो गई हैं ।
जब तक तुम खुद के घर में दुश्मन नही धुसेगा , तब तक तू नही लड़ेगा ।
जो गलत हैं  नकारो चाहे कोई भी हो , भूलना मत  फिर बोल रहा हूँ लड़ो ।
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