✍ये भी कोई बात , कश्मीर माँग रहे हो✍
✍ये भी कोई बात , कश्मीर माँग रहे हो✍
तुम्हे सहारे के लिए अँगुली दी , तुम हाथ काटकर माँग रहे हो ।
तुम्हे मदद देने की कोशिश कि , तो तुमम कश्मीर मांग रहे हो ।
बच्चोे जैसे चाँद माँग रहे हो , संभव नही गला क्यो फाड़ रहे हो ।
कश्मीर की केशर को हमने बलिदानो सिंचा , और तुम केशर माँग रहे हो ।
धमकी से तुम क्या डरा रहे हो , जैसे टार्च से हिमालय पिघला रहे हो ।
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