✴दुनिया में रखा क्या हैं ✴

✴दुनिया में रखा क्या हैं ✴

नज़रो के सिवा दुनिया में ,रखा क्या है ।
आज है तेरा-कल है मेरा , सब यही रखा हैं ।

चैन नही है तुझे और मुझे , हवा का महल रखा हैं ।
थका हूँ  फिर भी लगा हूँ ,मैं मरा तब ही रुका हूँ ।

ना तेरा ना हैं मेरा ,तो झूठ बोलने में क्या रखा हैं।
मरना एक दिन सबको , तो घमंड में क्या रखा हैं ।

तुझे आज मैंने लूटा , तूने कल मुझे लूटा हैं ।
और कोई भी लूटेगा , तो लूट में क्या रखा हैं ।
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