✍ छू ही लिया ✍
✍ छू ही लिया ✍
अब तुम कुछ भी कहो मगर , उसने तुम्हरा दिल छू ही लिया ।
अब प्यार कहो , या इज़हार कहो , उसने तुम्हे छू ही लिया ।
झूठा एंजाम रखो , या दिल से कहो , उसने तुम्हे लूट ही लिया।
साथ बाहों में लिप्टो, या सपनो में , लेकिन वो दिल ले ही गया ।
उसे महबूब कहो , या साथी मेरा , लेकिन उसपे मर ही गया ।
वो कौन हैं , मैं को हूँ , लेकिन दिल एक ही पल धड़क ही गया ।
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