✴शेर से नही , इनसे डर लगता हैं ✴

✴शेर से नही , इनसे डर लगता हैं ✴
जो दिल में प्यार की जगह , तेज़ाब लेकर घूमते हैं ।
चेहरे पर मीठी मुस्कान , और दिमाग में काटे बुनते हैं ।
 हाथ में गुलदस्ता , लेकिन गुलदस्ते में चाकू खोंसते हैं ।
जो तन से बहुत ही उजले, औऱ मन को मैल में खोपते हैं ।
जो बातो पर मखन मिस्टी लगा के , गद्दार चाकू भोकते हैं ।
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