✴इंसानियत भूलता जा रहा हूँ , मैं✴
✴इंसानियत भूलता जा रहा हूँ , मैं✴
अरे! लुटेरो मुझे ना रोको ,क्योकि देश लूटता जा रहा हूँ मैं ।
मुझे पता हैं, मेरा देश लूट रहा! फिर भी , लूटता जा रहा हूँ मैं।
नब्बे हजार बलिदान भूलकर , जश्न मानाता जा रहा हूँ मैं ।
माँ भारती की सेवा के नाम पे , पैसा लुटता जा रहा हूँ मैं ।
मेरी संस्कृति भूलकर इंसानियत भी , भूलता जा रहा हूँ मैं ।
मेरे रास्ते के काटे उठाकर दुसरो पे, फेंकता जा रहा हूँ मैं ।
मेरे पेट के लिए निर्दोष के गले को , रेतता जा रहा हूँ मैं ।
अपनो के शौक पूरे करने के लिए खून , करता जा रहा हूँ मैं ।
कल भी लुटा था ,आज लुटा था , और भी लूटता जा रहा हूँ मैं ।
livepustak.blogspot.com
आप ऐसी ही कविताएँ पसंद करते हो , तो Google पे
Livepustak.blogspot.com लिखकर search
कीजिये ।
Livepustak सिर्फ कविताएँ लिखकर आपका मनोरंजन ही
नही करती हैं , देश की समस्याओ की और इशारा करती हैं ।
अगर आपको लगता हैं , कि इस समस्या पे Livepustak ने कविता नही लिखी हैं ।
तो आपका topic हमें comment में भेजिए ।
मैं मानता हूँ ,कि आप राष्ट्र से बहुत प्रेम करते हों । फिर भी आपकी कोई बात नहों सुनता हैं ।
"आप गलत नही , सिर्फ अकेले हो "
तो आपके जैसे बहुत लोग livepustak से जुड़े हैं , आप भी जुड़िये ।
और आपके आसपास की समस्या हमें भेजिए ।
हम आपकी बात प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचने में मदद करेंगे ।
आपने livepustak को इतना प्यार दिया, कि आज बहुत कम समय में 1000 क्लीक हो गये ।
" धन्यवाद "
livepustak.blogspot.com
अरे! लुटेरो मुझे ना रोको ,क्योकि देश लूटता जा रहा हूँ मैं ।
मुझे पता हैं, मेरा देश लूट रहा! फिर भी , लूटता जा रहा हूँ मैं।
नब्बे हजार बलिदान भूलकर , जश्न मानाता जा रहा हूँ मैं ।
माँ भारती की सेवा के नाम पे , पैसा लुटता जा रहा हूँ मैं ।
मेरी संस्कृति भूलकर इंसानियत भी , भूलता जा रहा हूँ मैं ।
मेरे रास्ते के काटे उठाकर दुसरो पे, फेंकता जा रहा हूँ मैं ।
मेरे पेट के लिए निर्दोष के गले को , रेतता जा रहा हूँ मैं ।
अपनो के शौक पूरे करने के लिए खून , करता जा रहा हूँ मैं ।
कल भी लुटा था ,आज लुटा था , और भी लूटता जा रहा हूँ मैं ।
livepustak.blogspot.com
आप ऐसी ही कविताएँ पसंद करते हो , तो Google पे
Livepustak.blogspot.com लिखकर search
कीजिये ।
Livepustak सिर्फ कविताएँ लिखकर आपका मनोरंजन ही
नही करती हैं , देश की समस्याओ की और इशारा करती हैं ।
अगर आपको लगता हैं , कि इस समस्या पे Livepustak ने कविता नही लिखी हैं ।
तो आपका topic हमें comment में भेजिए ।
मैं मानता हूँ ,कि आप राष्ट्र से बहुत प्रेम करते हों । फिर भी आपकी कोई बात नहों सुनता हैं ।
"आप गलत नही , सिर्फ अकेले हो "
तो आपके जैसे बहुत लोग livepustak से जुड़े हैं , आप भी जुड़िये ।
और आपके आसपास की समस्या हमें भेजिए ।
हम आपकी बात प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचने में मदद करेंगे ।
आपने livepustak को इतना प्यार दिया, कि आज बहुत कम समय में 1000 क्लीक हो गये ।
" धन्यवाद "
livepustak.blogspot.com
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें