✴ जन्म से मृत्यु का तक यात्रा✴

✴ जन्म से मृत्यु का तक यात्रा✴
प्रारंभ मैं था छोटी सी , जान ।
फिर हुआ ,अच्छा खान-पान ।
ललकारने लगी मेरी , जुबान ।
अपनो ने सिखाया , मान-समान ।
थोड़ा औऱ समझ में आया , ज्ञान ।
शिक्षक ने मुझे सिखाया , विज्ञान ।
कड़ी मेहनत कर किया , कमान ।
तो प्रीतम से हृदय हुआ , लगान ।
मैं शक्ति से हो गया ,  बलवान ।
मुझे सब भूलकर हुआ , अज्ञान ।
अब आगे-पीछे का आया , ध्यान ।
वाणी से सबको किया , बखान ।
बोल-बोलकर बहुत हुई , थकान ।
 कहा सिर्फ सत्य है तो , भगवान ।
औऱ संतो की हो गया  , संतान ।
सत्य गुरु खोजकर किया , मंथन ।
 ईश्वर की भक्ति में हुआ , मगन ।
 फाकी फिकर दे दर्शन , सुजान ।
अंत मिट्टी हुआ तेरा-मेरा , मिलान ।
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