✍ नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी ✍
✍ नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी ✍
परिचय -
नेताजी का सम्पूर्ण जीवन रहस्यो से भरा था । वे हमेशा वही करते थे , जिससे देश का फायदा हो । नेता जी आजद हिन्द फ़ौज के संस्थापक थे , उनका व्यक्तित्व बहुत की आकर्षक था । नेता जी को घर वालो ने बोला दिया , कि तुझे नोकरी नही मिलेगी इसलिये तू देश -देश कर रहा हैं । अंग्रेज़ शासन में कलेक्टर सबसे बड़ी नोकरी होती थी , नेता जी 6 महीना पढ़कर कलेक्ट बन गये । और पहले ही दिन कलेक्टर की नोकरी छोड़ दी , की मुझे देश लूट में शामिल नही होना ।
नेताजी की दूसरी घटना जब आजाद हिंद फौज की स्थापना हो रही थी , तो एक लड़का आजाद हिंद फौज में आ गया । लड़के की माँ ने बोला नेता जी मेरा बेटा मर गया तो , मेरा क्या होगा । नेता जी ने कहा माँ मै भी तो तुम्हारा ही बेटा हूँ , औरत रोने लग गई ।
चमत्कार -
1)अंग्रेजो ने आजाद हिंद फौज के सामने बम फेक दिया , नेता जी ने कहा सेना यही रुको में आता हूँ ।बेम के पास गये ओर देखा , बम फूटा ही नही । ये नेता जी की इक्षाशक्ति थी ।
2)अंग्रेजो कि सोच थी , नेता जी को बंदी बना लो बस भारत अपने हाथ में आ जयेगा । नेताजी को पकड़कर ले जा रहे थे , लेकिन नेता जी जहाज से समुद्र में कूद गए ।
3) नेता जी हिटलर के पास गये , हिटलर ने बात करने से मना कर दिया । नेताजी ने 1 मिनट का समय माँग और हिटलर नेता जी को साथ देने के लिए तैयार हो गया ।
4)नेता जी के माता जी काली पूजा करने गए , तो सिंदूर भूल गई । नेता ने देखा तो अपना हाथ छुरी से काटकर , काली दैवी के मस्तक पर खून लगा दिया ।
परिचय -
नेताजी का सम्पूर्ण जीवन रहस्यो से भरा था । वे हमेशा वही करते थे , जिससे देश का फायदा हो । नेता जी आजद हिन्द फ़ौज के संस्थापक थे , उनका व्यक्तित्व बहुत की आकर्षक था । नेता जी को घर वालो ने बोला दिया , कि तुझे नोकरी नही मिलेगी इसलिये तू देश -देश कर रहा हैं । अंग्रेज़ शासन में कलेक्टर सबसे बड़ी नोकरी होती थी , नेता जी 6 महीना पढ़कर कलेक्ट बन गये । और पहले ही दिन कलेक्टर की नोकरी छोड़ दी , की मुझे देश लूट में शामिल नही होना ।
नेताजी की दूसरी घटना जब आजाद हिंद फौज की स्थापना हो रही थी , तो एक लड़का आजाद हिंद फौज में आ गया । लड़के की माँ ने बोला नेता जी मेरा बेटा मर गया तो , मेरा क्या होगा । नेता जी ने कहा माँ मै भी तो तुम्हारा ही बेटा हूँ , औरत रोने लग गई ।
चमत्कार -
1)अंग्रेजो ने आजाद हिंद फौज के सामने बम फेक दिया , नेता जी ने कहा सेना यही रुको में आता हूँ ।बेम के पास गये ओर देखा , बम फूटा ही नही । ये नेता जी की इक्षाशक्ति थी ।
2)अंग्रेजो कि सोच थी , नेता जी को बंदी बना लो बस भारत अपने हाथ में आ जयेगा । नेताजी को पकड़कर ले जा रहे थे , लेकिन नेता जी जहाज से समुद्र में कूद गए ।
3) नेता जी हिटलर के पास गये , हिटलर ने बात करने से मना कर दिया । नेताजी ने 1 मिनट का समय माँग और हिटलर नेता जी को साथ देने के लिए तैयार हो गया ।
4)नेता जी के माता जी काली पूजा करने गए , तो सिंदूर भूल गई । नेता ने देखा तो अपना हाथ छुरी से काटकर , काली दैवी के मस्तक पर खून लगा दिया ।
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