✍स्वामी तिलक जी की जीवनी✍
✍स्वामी तिलक जी की जीवनी✍
परिचय -
स्वामी तिलक जी बाबा बजरंग दास जी के शिष्य थे । तिलक जी योग और वैदिक शास्त्रों के मार्तण्ड थे । सम्पूर्ण विश्व में ज्ञान का प्रकाश पहुँचाया । स्वामी विवेकानंद जी के बाद स्वामी तिलक जी विश्व धर्म सम्मेलन में भाषण देने गये थे । तिलक जी साधारण नही हैं , ये उनका शरीर ही बताता था । बाबा बजरंगदास के नाम से तिलक जी ने विश्व मे कई जगह आश्रम बनाएँ , जो आज भी चल रहे हैं ।
चमत्कार -
1)दोनों हाथ से लिखते थे , एक हाथ से इंग्लिश दूसरे हाथ से जर्मनी । दोनों पत्र भी अलग - अलग विषय पर लिखते थे ।
2) स्वामी तिलक जी पानी में सुखासन में तैरते थे ।
बाबा बजरंग दास और तिलक जी का मिलान -
तिलक जी विश्व में शांति की खोज में घूम रहे थे ,बहुत थके हुये घूमते - घूमते बाबा बजरंग दास जी के आश्रम पर आगये । ठंड का समय था , आश्रम में तिलक जी और भी संत सोये थे । बाबा बजरंग दास जी का नियम था , रात में उठना और देखना किसके कमंडल में पानी नही , किसके पास कम्बल नही हैं । तिलक जी का नियम था , रोज प्रातःकाल 4 बजे उठ जाते थे । लेकिन बाबा बजरंगदास जी के आश्रम में सुबह 10 बजे उठे और " ॐ शांति शांति " का नाँद किया । फिर तिलक जी बाबा जी के शिष्य बन गए ।
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